स्तंभन दोष (नपुंसकता) एक गंभीरता से लेने वाली बीमारी है।
स्तंभन दोष
जब शरीर या मन पूरी तरह शामिल न हो
एक मर्द हमेशा तैयार होता है, ऐसी रूढ़िवादी धारणा है – और जब कभी ऐसा नहीं होता है, तब कहीं कोई बहुत बड़ी समस्या है। जब घबराहट, असफलता का डर या कोई भी अन्य चिंता आपके रंगीन सपनों पर पानी फेर देते हैं और इरेक्शन नहीं हो पाता है, तब यह जरूरी नहीं है कि आप स्तंभन दोष से पीड़ित हैं। लेकिन यह फिर भी गंभीरता से लेने वाली बात है। स्तंभन दोष के सबसे आम कारण क्या हैं और किन मामलों में फैलोसान फोर्टे आपकी स्तंभन संबंधी परेशानियों को दूर करने में सहायता कर सकता है, यह सभी जानकारियाँ यहाँ उपलब्ध है।
स्तंभन दोष के कारण व उसका निदान
चिकित्सक स्तंभन दोष का अनुमान केवल तब लगाते हैं जब लगभग छह महीनों की अवधि के दौरान लगातार इरेक्शन पाने में मुश्किल आई हो या फिर वह इतनी देर भी ठहर न पाता हो कि संभोग की क्रिया पूरी हो जाए।
यदि आपको संदेह है कि आप स्तंभन दोष से पीड़ित हैं, तो एक यूरोलोजिस्ट (मूत्रविज्ञानी) से सलाह करना उचित है। स्तंभन दोष अक्सर शारीरिक कारणों से या किसी बीमारी का लक्षण होता है, जिसकी जितनी जल्दी हो सके जाँच करवानी चाहिए ताकि किसी गंभीर स्वास्थ्य जोखिम से बचा जा सके। चिकित्सक-रोगी परामर्श के पहले चरण में यूरोलोजिस्ट यह स्पष्ट करने का प्रयास करते हैं कि समस्या शारीरिक है या मनोवैज्ञानिक। वे यह पता लगाते हैं कि कहीं आप ऐसी दवाइयाँ तो नहीं ले रहे जो स्तंभन दोष को बढ़ावा देती हों (जैसे एंटीडिप्रेसेंट), या पहले से मौजूद आनुवंशिक कोई बीमारियाँ जिनके बारे में आप जानते हों - फिर यदि जरूरी हो तो वे अल्ट्रासाउंड या ब्लड टेस्ट लेते हैं। स्थिति के अनुसार निशाचर शिश्नमुद्रा (रात में होने वाले इरेक्शन) को मापा जाता है। यदि शरीर नींद में इस लायक होता है कि लिंग को खड़ा कर सके, तो इस बात की संभावना अधिक होती है कि दिन में इरेक्शन न हो पाने का कारण मनोवैज्ञानिक है। रोगनिदान पर निर्भर करते हुए स्तंभन दोष के इलाज के लिए विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों का सहयोग आवश्यक है – शायद एक इंटरर्निस्ट या मनोचिकित्सक की सलाह की भी जरूरत पड़े।
कुछ मामलों में स्तंभन दोष व्यक्ति के मन में शुरू होता है। चूँकि स्तंभन प्रक्रिया अक्सर न केवल अनुकंपी तंत्रिका प्रणाली की प्रतिक्रिया दर्शाती है, बल्कि सेरेब्रल कॉर्टेक्स (या सरल शब्दों में कहें तो मानव अनुभवों का केंद्र) भी इसमें शामिल होता है, इसलिए कई प्रकार के मानसिक तनाव या भय स्तंभन की क्षमता पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। स्तंभन दोष के सबसे आम मनोवैज्ञानिक कारण हैं यौन असफलता का डर, मानसिक तनाव या डिप्रेशन। किंतु अधिकतर मामलों में स्तंभन संबंधी परेशानियों के पीछे शारीरिक कारण होते हैं, जैसे उच्च रक्तचाप, हार्मोन संबंधी विकार, धमनीकाठिन्य (आर्टेरियो स्क्लेरोसिस) या अन्य संवहनी रोग। अक्सर यह रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट या मधुमेह के एक लक्षण के रूप में भी सामने आता है।
स्तंभन दोष: इलाज की कई संभावनाएँ हैं
मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कारणों के पारस्परिक प्रभावों को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। आपकी स्तंभन संबंधी परेशानियों के लिए शारीरिक कारणों की पहचान होने पर भी किसी मनोचिकित्सक की अतिरिक्त सलाह लेना लाभदायक हो सकता है।
आम तौर पर उम्र के साथ स्तंभन दोष से पीड़ित होने की संभावना बढ़ती जाती है। 64 साल से ऊपर की आयु वाले पुरुषों में लगभग 20 प्रतिशत पुरुष इससे प्रभावित होते हैं। कुल मिलाकर स्तंभन दोष से पीड़ित पुरुषों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका एक मुख्य कारण है बढ़ती जीवन प्रत्याशा। अत्यधिक शराब व सिगरेट का सेवन करने वाले पुरुष सबसे अधिक जोखिम वाले ग्रुप में आते हैं। संवहनी कैल्सीफिकेशन (ऐथिरोस्क्लेरोसिस) और उससे जुड़ी ह्रदय और रक्तसंचार संबंधी बीमारियाँ अक्सर स्तंभन क्षमता पर बुरा प्रभाव डालती हैं। यदि आप समय पर स्तंभन दोष से बचना चाहते हैं, तो आपको अपनी जीवनशैली पर एक निगाह डालनी होगी। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तंबाकू व शराब के त्याग से स्तंभन दोष – और साथ ही अन्य कई बीमारियों – की संभावना कम हो जाती है।
चिकित्सक स्तंभन दोष के लिए अक्सर पीडीई-5 अवरोधक दवाइयाँ लिखते हैं, जैसे सिआलिस, लेविट्रा या वियाग्रा। इन दवाइयों की सहायता से उत्पन्न किए गए इरेक्शन द्वारा स्तंभन दोष पर काबू पाया जा सकता है।
स्तंभन दोष की सहायक चिकित्सा के रूप में या फिर स्तंभन संबंधित मामूली परेशानियों, जोकि चिकित्सीय बीमारी नहीं दर्शाती हैं, के इलाज में फैलोसान फोर्टे का नियमित उपयोग सहायक सिद्ध हो सकता है। एक ओर फैलोसान फोर्टे अपने निर्वात खिंचाव से मुंड में रक्त के संचार को बढ़ाता है, वहीं दूसरी ओर एक अध्ययन के दौरान कई परीक्षित व्यक्तियों ने फैलोसान फोर्टे के सफल परिणामों के रूप में सख्त इरेक्शन, लिंग में और अधिक संवेदनशीलता व कामेच्छा में वृद्धि भी महसूस की है। जब अपने यौन साथी या संगिनी को पूरी तरह संतुष्ट न कर पाने का डर आपको अंदर ही अंदर खाए जाता है, तब उसका प्रभाव आपकी स्तंभन क्षमता पर भी पड़ता है। ऐसी स्थिति में फैलोसान फोर्टे आपको नया आत्मविश्वास प्रदान कर सकता है, क्योंकि यह विश्वसनीय रूप से आपके लिंग की लंबाई और आकार में वृद्धि लाने में आपकी सहायता करता है।
फैलोसान फोर्टे को मधुमेह या अधरांगघात (कमर से नीचे के भाग का लकवा) के कारण हुए स्तंभन दोष की सहायक चिकित्सा के रूप में या फिर उससे बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।